इस महाविद्यालय की स्थापना वर्ष 2001 हुई जिसका विशिष्ट उद्देश्य युवाओं को शैक्षिक, नैतिक, आध्यात्मिक, तकनीकि और मानसिक रूप से स्वतन्त्र एवं सक्षम बनाना जैसा की देश को आवश्यकता है | यह महाविद्यालय एक समिति के द्वारा प्रबन्धित किया जाता है |
' नेशनल शिक्षण जन सेवा समिति ' शास्त्री दीपन चौधरी जी का स्वर्गवास इसी सपने के साथ हुआ कि गाजीपुर के उनके गावँ में एक बढ़िया शैक्षिक केंद्र खुले क्योंकि 15 कि० मी० के अन्दर कोई शैक्षिक व्यवस्था नहीं थी | यह सपना साकार हुआ जब उनके पुत्र राजेन्द्र यादव, भूतपूर्व एम० एल ० ए० , एक सामाजिक कार्यकर्ता अपने दृढ संकल्प और प्रतिबद्धता के साथ शास्त्री दीपन चौधरी स्नातकोत्तर महाविद्यालय की स्थापना की |
यह महाविद्यालय वीरबहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय से सहबद्ध है |